वो धीरे से फिर मुस्कराना तेरा,
सुर्ख होटों से निकलती वो तेरी हर बात,
वो मेरे सीने में आ के छिप जाना तेरा..
पास आओ की कानो में कुछ कहना है मुझे,
फिर बाह पकड़ के मुझे पास बिठाना तेरा,
कुछ बात है कहनी अभी दूर मत जाना,
फिर बातों बातों में वक़्त बिताना तेरा,
दूर यू हुए की अब एक पल रहा नहीं मेरा,
बहुत याद आता है अब वो बहाना तेरा..
मेरी उदासी में हर पल समझाना तेरा,
मेरे सर पे वो हाथ फेर जाना तेरा,
देर रातो में मुझको उठाना तेरा,
मुझे जगा के फिर से सो जाना तेरा,
रात जाग के गुजारी फिर भी एक ख्वाब देखा,
अब सोने नहीं देता वो ख्वाब दिखाना तेरा..
मेरे सवालों पे कुछ ना कह पाना तेरा,
बस एक जवाब और दूर चले जाना तेरा,
सब की खुशियों का वास्ता दिलाना तेरा,
बस मेरी चाहत को न देख पाना तेरा,
ले लो हर ख़ुशी मेरी, होगा हर फ़साना तेरा,
कभी कम नहीं होने देंगे मुस्कराना तेरा,
जाओ नहीं रोकेंगे, मगर ये ज़रूर सोच लेना,
कैसे जियेगा अब तुम बिन ये दीवाना तेरा..
दिल में ले के रहूँगा वो यादें तेरी,
वो बीते हुए पल, वो गुजरा जमाना तेरा..
कैसे जियेगा अब तुम बिन ये दीवाना तेरा..
ये दीवाना तेरा..