ख्वाब अब कोई ख्वाब न रहे,
राज़ अब कोई राज़ न रहे,
ये हवा ये फिजा सब तेरे साथ हो,
ख्वाब ये तेरा अब ख्वाब न रहे...
कह दे तू खुल के हर आरजू दिल की,
वो भी तेरे ख्वाबो से आज़ाद न रहे..
कर दे साकार सब सपनो को आज तू,
अब किसी की ख्वाइश यु शाद न रहे॥
सपनो की दुनिया हकीकत बन जाने दो,
किसी का भी सपना बरबाद न रहे....
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